Thursday, 22 September 2022

मिलना

तेरा मेरा यूँ मिलना, बोलो ग़लत कैसे

ये संयोग भी ख़ुदा की मर्ज़ी से होता है 

वरना अनुभव तो ये है कि दो लोगों के 

लाख चाहने से भी मुलाक़ात नहीं होती ।


©️®️मिलना/अनुनाद/आनन्द/२२.०९.२०२२



Monday, 19 September 2022

विनम्र

कुछ लोग 

विनम्र होते हैं 

इसलिए वे

सबके सामने 

झुकते हैं …!


इसी विनम्रता

के कारण 

वे पहुँचते हैं

ऊँचाई पर …!


फिर वे 

केवल झुकते हैं

विनम्र नहीं

रहते …!


©️®️ विनम्र/अनुनाद/आनन्द/१९.०९.२०२२



Friday, 16 September 2022

अधूरी इच्छा

तुम्हारे संग 
इच्छा थी 
सब कुछ 
करने की !
मगर….
एक उम्र 
बीतने के बाद 
कोई मलाल नहीं है 
कुछ न कर पाने की 
तुम्हारे संग ।

और अब देखो 
नहीं चाहते हम 
कि हमारी
कोई भी इच्छा
जिसमें तुम हो 
वो पूरी हो !

इन अधूरी इच्छाओं
को पूरा 
करने की कोशिश में 
तुमको मैं अपने
कुछ ज़्यादा
क़रीब पाता 
और महसूस
करता हूँ।

दिमाग़ में बस
तुम होते हो
और धड़कन 
तेज होती हैं!
तुम्हारे पास
होने के एहसास
भर से मैं
स्पंदित 
हो उठता हूँ
और मन 
आनन्द के हिलोरों
पर तैरने लगता है!

इच्छाएँ पूरी 
हो जाती तो 
शायद
तुमसे इश्क़ 
इतना सजीव
न हो पाता!
इसलिए जब भी
इन इच्छाओं को
पूरा करने का मौक़ा
मिलता है तो 
दिल दुवा करता है
कि तेरे संग की
मेरी हर इच्छा
सदा रहे
अधूरी इच्छा…..!

©️®️अधूरी इच्छा/अनुनाद/आनन्द/१६.०९.२०२२