Sunday 16 June 2013

अभी बाकी है ................


तुम पर पड़ी मेरी नज़र जाने कैसी कि
दिल में इक हुयी जो हलचल अभी बाकी है

तेरी उँगलियाँ मेरी उँगलियों से लिपटी ऐसे कि
मेरे हाथों को मिली वो कैद अभी बाकी है

तेरे आंखों की गहराई में डूबे ऐसे कि
मेरी आँखों में जगी वो चमक अभी बाकी है

मुझको गले से लगाया जो तूने ऐसे कि
मेरे बदन पे तेरी वो खुशबू अभी बाकी है । 

तेरी सांसों में हम उलझे इस कदर कि
मुझपे चढ़ा वो खुमार अभी बाकी है

तेरे होठों ने मेरे होठों को छुवा ऐसे कि
मेरे होठों पर वो मिठास अभी बाकी  है

तेरा इस तरह स्पर्श करना मुझे कि
मेरे तन-मन में उठी वो लहर अभी बाकी है

इन जुल्फों की छाँव में बिताये कुछ पल कि
मेरी रूह को मिली वो ठण्ड अभी बाकी है

बीता वो पल और मुझ को छोड़ कर जाना तेरा कि
मेरे दिल में उठी वो तड़प अभी बाकी है

मेरे जीवन में बनकर ख़ुशी तुम आये ऐसे कि
बन रहीं वो नयी कहानी अभी बाकी है ................

Saturday 8 June 2013

हम जानते हैं……

तुम क्या जानो कि तुम चीज क्या हो,
तुम से बेहतर तुम्हे हम जानते हैं !!!!!!!!!!

लाख तुमने खुद को आइने में देखा है,
मगर तुम्हे तुमसे ज्यादा हमने देखा है,
ये सजने-सँवरने की जरुरत नहीं तुमको,
कभी मेरी आँखों से देखो तो खुद को,
तुम बहुत खुबसूरत हो ये हम जानते हैं।

क्यूंकि  तुम से बेहतर तुम्हे हम जानते हैं !!!!!!!!!!

बातें कुछ नहीं फिर भी ढेरों बातें करना चाहते हो ,
कॉल करके मुझे फिर खामोश रहते हो ,
तेरे सांसों की हलचल कह देती है दिल की कहानी सभी ,
तुम चुप ही रहो तुम्हे बोलने की कोई जरुरत नहीं ,
तेरी इस ख़ामोशी की जुबान को केवल हम पहचानते हैं

क्यूंकि तुमसे बेहतर तुम्हे हम जानते हैं !!!!!!!!!! 

लाख मुझसे मिलने की मिन्नतें करते हो ,
भूलकर दुनिया को तुम ये हिम्मत भी करते हो ,
जब होता हूँ सामने तो सर झुकाए रहते हो ,
कुछ पूछूँ तो जवाब इक प्यारी सी मुस्कान होती है ,
इस मुस्कान में लिपटी तेरी हर शैतानी को केवल हम जानते हैं

क्यूंकि तुमसे बेहतर तुम्हे हम जानते हैं !!!!!!!!!! 

तुम्हारी हरकतों से पता चलती हैं तेरी बेताबियाँ सभी ,
पास आने की तमन्ना तुम भी रखते हो और हम भी ,
आकर लग जाओ गले हमसे और दूर होना कभी ,
तुम्हारीं ख़ुशी में मिलती हैं मुझे अब खुशियाँ सभी ,
तुम केवल और केवल मेरी ख़ुशी हो ये अब सब जानते हैं

क्यूंकि तुमसे बेहतर तुम्हे हम जानते हैं !!!!!!!!!!

Tuesday 12 February 2013

Happy Hug Day "KHUSHI" :)

देखा  सुना और बहुत जाना है तुझको,
हर पल ख्यालों में मैंने बुना है तुझको,
बस कर कि अब बहुत हुयीं दूरियां तुझसे,
और नहीं संभलता सब्र का ये बांध मुझसे,
पा लूँ ! छू लूँ ! और कस लूँ तुझे अपनी इन बाँहों में,
तेरा सर हो मेरे सीने पर और तेरी खुशबू मेरी सांसों में,
धडकन से धडकन की हो बातें और लब रहे खामोश,
खो जाएँ एक दूजे में और  न रहे सही गलत का  होश,
आ लग जा गले कुछ इस कदर कि न हो इस दुनिया की फिक्र,
रहे न वक़्त का होश और न ही हो कोई ज़िक्र-ए-हिज्र ।




Happy Hug Day KHUSHI28.05.2013    

:)