Tuesday 13 December 2016

कोना

न जाने क्यों ये शब्द सुनकर चेहरे पर एक शैतानी भरी मुस्कान आ जाती है। ये शब्द तो छोटा सा है किंतु है व्यापक, जो विभिन्न परिस्थितियों और समय के अनुसार विभिन्न व्यक्तियों द्वारा भिन्न - भिन्न तरह से प्रयोग में लाया जाता है। कोना पकड़ना, कोने में लेना, मन का कोना, घर का कोना, जंगल में मंगल करने के लिए कोना इत्यादि इत्यादि। इन सब का अपना एक अलग मतलब, एक अलग अर्थ।

कोने की रेंज बहुत ज्यादा है और लगभग सबकी पसंद है ये। इश्क का इजहार हो या खुदा की इबादत, लेन-देन हो या फिर कोई पुरानी दुश्मनी निपटानी, शांति की खोज में हों या किसी का साथ का आनंद लेना हो- इस कोने का सबने अपने फायदे के लिए अपने हिसाब से प्रयोग किया है। बहुत महत्वपूर्ण स्थान है जिंदगी में कोने का।

इस कोने की न तो कोई जाति है, न कोई धर्म। निष्पक्ष और निराकार है। शांति और सुकून देता है तो शोर और डर भी पैदा करता है ये। न जाने कितने सपनों को साकार किया है इस कोने ने। किन्तु कोने के अकेलेपन की किसी ने सुध न ली। किसी कवि या लेखक ने भी कोने पर कुछ भी लिखने की जहमत नहीं उठायी। फिर भी कोई शिकायत नहीं। अपने में मगन मिलेगा ये आपको, हमेशा अपनी ही कंपनी को एन्जॉय करते हुए।

इससे बड़ा कोई मित्र नहीं कोई प्रेमी/प्रेमिका नही। जब भी आपको जरुरत हो ये अपनी बाहें फैलाये हुए आपका स्वागत करते हुए ही मिलेगा। चाहे प्रेम-प्रलाप में व्यस्त हो या किसी की चुगली में, दुःख हो या कोई ख़ुशी , कोई बड़ा फैसला लेना हो या कुछ छुपाना, आप कोना ही ढूंढते हैं। विश्वास-परक तो इतना है कि कुछ भी बोल दो, कभी लीक नहीं होगा।

संपूर्णता का प्रतिबिंब है ये कोना। हर व्यक्ति की जरुरत है ये कोना। मुझसे कोई पूछे कि आपको कैसा साथी चाहिए तो मैं कहूंगा कि कोने जैसावास्तव में जीवन उसी का सार्थक हुआ है जिसे मिल गया हो - कोना।

वैसे इस कोने के बारे में इतना पढ़कर आपके मन के कोने में उठ रहे विचारों को निपटाने के लिए भी कोने की ही जरुरत है। कोने पर लिखने का ख्याल भी मुझे एक कोने में ही आया था।

कोना!
प्यार के लिए,
इश्क़ के लिए,
इबादत के लिए,
दुआ के लिए,
शांति के लिए,
सुख के लिए,
खुराफात के लिए,
सपने को यथार्थ में बदलने के लिए,
बहुत जरुरी है- कोना।

14 comments:

  1. अनुपम उत्कृष्ठ👌👌

    ReplyDelete
  2. Iss koney K liye inspiration Kahan se mili bhai,
    Iss koney ki yaad ne bahuton ki zindagi K Kuchh pichhle pages Zarur palat diye honge ;)

    ReplyDelete
  3. Behtreen
    Kuchh yaadein tazaa ho gayin 😆😃

    ReplyDelete
    Replies
    1. Yadein share karne layak ho to swagat hai yahan 😎

      Delete
  4. Bhai main tumhari rachnao ka sankalan kar chhapunga

    ReplyDelete
  5. कोना पकड़ना, कोने में लेना, मन का कोना, घर का कोना, जंगल में मंगल करने के लिए कोना इत्यादि इत्यादि। इन सब का अपना एक अलग मतलब, एक अलग अर्थ।... Bs in sb ka alag alag arth bhi likh do bhai..

    ReplyDelete
  6. bahut hi khoobsurat likha h 'kona'..😊

    ReplyDelete
  7. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  8. हमेशा की तरह एक और बेहतरीन रचना भईया।

    ReplyDelete