है भीड़
बहुत !
हैं हमदर्द
बहुत !
हर दर्द सहने
को ,
ये दिल है
मजबूत बहुत !
किन्तु दिल
के इस दर्द की दवा बनकर ,
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
है ये
सफ़र लम्बा !
और मुझको
चलना बहुत !
पूरे करने
हैं मुझे,
अभी ख्वाब
बहुत !
जिंदगी की इस
राह पर बनके हमसफ़र,
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
हैं जिंदगी
व्यस्त बहुत !
पूरे करने
हैं काम बहुत !
चाहता हूँ
मैं सोना क्यूँकि,
थक गया हूँ
मैं बहुत!
बनकर ख्वाब
नींद में मेरे,
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
है तू दूर
बहुत !
और याद
आती है बहुत !
कहीं तुझे खो
न दूँ,
मैं डरता हूँ
बहुत !
बनकर रोशनी
मेरे इस अंधियारे जीवन में ,
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
हैं दुनिया
में चेहरे बहुत !
और सभी
खुबसूरत बहुत !
मगर तेरे
आगे मुझको ,
लगते सभी
बेकार बहुत !
लेकर अपने
चेहरे पर वही प्यारी सी मुस्कान,
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
हूँ मैं बेचैन बहुत !
हैं दिल में
प्रश्न बहुत !
उठ रहे हैं
मुझमें,
विचारों के
तूफ़ान बहुत !
बन के ठहराव
मेरे मन के मानसरोवर में ,
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
है लिखने को
बहुत !
और कहने को
भी बहुत !
बयाँ करने को
मेरी कहानी ,
मेरे पास
नहीं अल्फ़ाज बहुत !
इस अनकही
कहानी को सुनने ,
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
अगर तुम आ
जाओ…………….
तो क्या बात
हो !
Bahut badhiya ....:))
ReplyDeleteधन्यवाद :)
Delete👌bhaiya
Delete💐😊 kya baat
ReplyDeletekya baat, bahut khoob👍
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