Saturday 12 November 2011

main aur mera kamra (dedicated to my friend cheeku )

देखो न ये मेरा कमरा है,
कमरा नहीं, ये मेरा सपना है
मेरे मन का एक कोना है
तुम्हे ये मजाक लगेगा
तुम मेरी हंसी भी उड़ाओगे
पर देखो न ये मेरा कमरा है.........

 मैं इसमें खुद को महसूस करती हूँ
देखो इन दीवारों को
ये ईंट या पत्थर नहीं है
भावनाएं है मेरी
जिनकी परतों से बनी है ये,
यहाँ मैं सपने बुनती हूँ
अपनी दुनिया के
प्लीज़  देखो ना, ये मेरा कमरा है..........

ये जो खिड़कियाँ हैं
आँखें हैं मेरी
यहाँ से तुम्हें दुनिया कुछ अलग सी दिखेगी
इसमें तुम मुझे महसूस करोगे
कुछ अजीब सा लगेगा
पर ये मेरी दुनिया है.........
अरे...... देखो ना ये मेरा कमरा है...........

ये है मेरी बालकनी
यहाँ से सब दिखता है
हर  एक चीज, लगभग सब कुछ
लेकिन आप केवल देख सकते हैं
महसूस कर सकते हैं,पा नहीं सकते
ये एक सच कहता है
जीवन सत्य, कटु सत्य
कि हम चाहते तो बहुत कुछ हैं
पर सब संभव नहीं
फिर भी मैं खुश हूँ
क्यूंकि ये मेरा कमरा है,
देखो ना ये मेरा कमरा है...................



5 comments:

  1. kamre me har samay ek mela sa laga rahta hai....
    logo ki bheed me main kho sa jata hoon...
    unki baton me khushi doonta hoon ..
    unke saath apne gam ko bhulana chahta hoon...
    meri tanhai kahi kho jati hain sabki bhed me..
    aur main u hi has bpadta hoon...
    apne isi kamre me..

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  2. thanks birju miyaan.............ye huyi na baat,aapne to kamal kar diya.

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  3. wah-wah.. kya baat h :)

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  4. haan....ye mera kamra hai...yani cheeku ka.

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