Tuesday, 1 June 2021

बचपना.....☺️

ऐ उम्र मुझे इतना भी बड़ा न बनाना कि
अपनों के सामने आऊँ और झुक न पाऊँ।
मुझे रहने देना वही छोटा सा बच्चा कि 
माँ की गोद में सर रखूँ और सो जाऊँ।।

©️®️बचपना/अनुनाद/आनन्द कनौजिया/३१.०५.२०२१

No comments:

Post a Comment