Saturday, 21 November 2020

चमक

तुम्हारी नज़रों ने इस तरह देख जो लिया,
कि बढ़ गयी चमक दिए की लौ की आज।

©अनुनाद/सम्मोहित आनन्द/२१.११.२०२०

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