किसी के ख्यालों में खोए लगते हो !
अपनी ही सुध नही, नशे में लगते हो!
शर्म से नज़रें झुकाते हो दिल के साफ़ लगते हो !
मोहब्बत की गली से पहली बार गुज़रे हुए लगते हो !
हो न हो किसी के प्यार में लगते हो!
बात ज्यादा नही बस दिल के खेल में नए लगते हो!
यूँ घबराकर हाथ पैर चलाते हो बड़े बेचैन लगते हो !
तुम डूबे नहीं बस इश्क़ की गहरायी में उतरे लगते हो !
भीड़ में भी अकेले हो चेहरे से उदास लगते हो !
किसी की मासूम मुस्कान में क़ैद क़ैदी लगते हो !
कुछ कहते नहीं हो बिरादर बड़े ख़ामोश लगते हो !
दिल में दबा रखी हैं ढेरों बातें बंद तिजोरी लगते हो !
आँखो में ये जो शानदार चमक है अंदर एक आफ़ताब लिए लगते हो !
किसी बेहद दिलकश हसीन चेहरे से रूबरू हुए लगते हो!
आओ बैठो दिल के कुछ राज तो खोलो बड़े शर्मीले लगते हो !
हमें शौक़ है दिल की कहानियों का तुम काम के आदमी लगते हो !
Nice 🙂👌
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