Thursday, 16 September 2021

आतुर

तेरे स्वागत को
आज होकर तैयार 
खड़े हैं 
सब इंतज़ार में,
ये मौसम…
ये बारिश…
ये चाय…
और हम भी…
बोलो…
मिलने को तुमसे 
गुज़ारिश 
और कैसे करते?
इससे ज़्यादा
आतुरता
और कैसे दिखाते?
स्वागत को तुम्हारे 
और किस-२ को 
बुलाते?
©️®️आतुर/अनुनाद/आनन्द कनौजिया/१६.०९.२०२१

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