नीलिमा जी ……🌹
ये पंक्तियाँ ताज़ा-२ सिर्फ़ आप के लिए 💐
नोट- बाकी के प्रेमी युगल सुविधानुसार इन पंक्तियों का प्रयोग कर सकते हैं।
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नींद भला कैसे आए
जब सामने तू हो !
दरिया शांत कैसे हो
जब साहिल तू हो !
सम्भालूँ कैसे हसरतों को
जब बग़ल में तू हो !
बहकना मेरा कब बुरा है
जब नशा तेरा हो !
कदम तेज कैसे रखूँ
जब सफ़र में संग तू हो !
मंज़िल किसे, क्यूँ चाहिए
जब हासिल तू हो !
फ़रवरी १४ हो या १५, क्या फर्क़
जब मोहब्बत तू हो !
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©️®️वैलेंटाइन डे/अनुनाद/आनन्द कनौजिया/१४.०२.२०२२