Friday 21 July 2023

बिछड़ गए !

भटकना नसीब में था 
इसीलिए
तुमसे बिछड़ गए…..!

आवारगी फ़ितरत न थी 
मगर 
घर से निकल पड़े।

एक शहर से दूसरे घूमे बहुत 
मगर 
कहीं ठहरना न हुवा….!

लोग बहुत जानते है यहाँ हमें
मगर 
कोई अपना नहीं….!

ठहरना चाहा बहुत हमने 
मगर 
कहीं तुम मिले ही नहीं….!

रास्तों से दोस्ती कर ली 
और 
आशियाँ कोई बनाया नहीं….!

भटकना नसीब में था 
इसीलिए
फिर दिल कहीं लगा ही नही…..!

©️®️बिछड़ गए/अनुनाद/आनन्द/२१.०७.२०२३

Friday 18 November 2022

मुश्किल

बड़ा मुश्किल है इस दौर में 

जहाँ हो, वहीं पर रहना...

एक वयस्क होकर भीड़ में

बच्चों सा दिल रखना।


बड़ा मुश्किल है राजनीति में 

किसी से भी याराना...

जीतने की दौड़ में भला

कहाँ मुमकिन है साथ चल पाना।


बड़ा मुश्किल है संग तेरे मेरा

खुद को बहकने से बचाना...

दूर होकर भी तुझसे मेरा 

खुद को तनहा रखना।


बड़ा मुश्किल है इच्छाओं को

गलत सही के  चक्कर में दबाना...

जलराशि खतरे से ज्यादा हो तो

लाजमी है बाँध का ढह जाना।


बड़ा मुश्किल है सच्चे दिल से 

किसी सच को छुपाना...

चेहरा झूठ बोल भी दे तो 

आँखों से नही हो पाता निभाना।


बड़ा मुश्किल है लोगों से 

ये रिश्ता देर तक छिपाना...

दिल जलों के मोहल्ले में 

मुश्किल है आँखें चुराना।


मैं जो दिल की बात कर दूँ

तो नाराज न हो जाना...

ये तो हक़ है तेरा बोलो 

तुमसे क्या ही छुपाना।


बड़ा मुश्किल है तुझको 

छोड़कर मुझे जाना...

उसके लिए जरूरी है 

हाथों में हाथों का होना।


बड़ा मुश्किल है आनन्द 

अनुनाद में रह पाना...

दुनियादारी निभाने में 

दिल-दिमाग का एक हो पाना।


©®मुश्किल/अनुनाद/आनन्द/१८.११.२०२२



Saturday 5 November 2022

दायरा

वो दायरा 

जिससे बाहर रहकर 

लोग तुमसे 

बात करते हैं 

मैं वो दायरा 

तोड़ना चाहता हूँ 

मैं तेरे इतना क़रीब 

आना चाहता हूँ।


भीड़ में भी 

सुन लूँ 

तेरी हर बात

मैं तेरे होठों को 

अपने कानों के 

पास चाहता हूँ 

मैं तेरे इतना क़रीब 

आना चाहता हूँ।


स्पर्श से भी 

काम न चले 

सब सुन्न हो कुछ 

महसूस न हो 

तब भी तेरी धड़कन को

महसूस करना चाहता हूँ 

मैं तेरे इतना क़रीब 

आना चाहता हूँ।


चेहरे की सब 

हरकत पढ़ लूँ

आँखों की सब 

शर्म समझ लूँ

मैं तेरी साँसों से अपनी

साँसों की तकरार चाहता हूँ 

मैं तेरे इतना क़रीब 

आना चाहता हूँ।


दायरे सभी 

ख़त्म करने को 

मैं तेरा इक़रार

चाहता हूँ 

हमारे प्यार को 

परवान चढ़ा सकूँ 

मैं तेरे इतना क़रीब 

आना चाहता हूँ।

©️®️दायरा/अनुनाद/आनन्द/०५.११.२०२२


Wednesday 5 October 2022

सफ़र

दिल में एक उम्मीद जगी है फिर आज 

रेलगाड़ी के सफ़र को मैं निकला हूँ आज।


एक शख़्स ने ले लिया तेरे शहर का नाम 

लो बढ़ गया धड़कनों को सँभालने का काम।


इस गाड़ी के सफ़र में तेरा शहर भी तो पड़ता है 

बनकर मुसाफ़िर क्यूँ चले नहीं आते हो आज।


कैसे भरोसा दिलाएँ कि ज़िद छोड़ दी अब मैंने

बस मुलाक़ात होती है रोकने की कोई बात नहीं।


दिवाली का महीना है, साफ़-सफ़ाई ज़रूरी है

क्यूँ नहीं यादों पर जमी धूल हटा देते हो आज।


धूमिल होती यादों को फिर से आओ चमका दो आज 

पॉवर बढ़ गया है फिर भी बिन चश्में के देखेंगे तुझे आज।


झूठ बोलना छोड़ चुके हम अब दो टूक कहते हैं

नहीं जी पाएँगे तुम्हारे बिना ये झूठ नहीं कहेंगे आज।


तेरे यादों ने अच्छे से सँभाला हुवा है मुझे

फिर मिलेंगे ये विश्वास लेकर यहाँ तक आ गए आज।


दिल में एक उम्मीद जगी है फिर आज 

रेलगाड़ी के सफ़र को मैं निकला हूँ आज।


©️®️सफ़र/अनुनाद/आनन्द/०५.१०.२०२२





Thursday 22 September 2022

मिलना

तेरा मेरा यूँ मिलना, बोलो ग़लत कैसे

ये संयोग भी ख़ुदा की मर्ज़ी से होता है 

वरना अनुभव तो ये है कि दो लोगों के 

लाख चाहने से भी मुलाक़ात नहीं होती ।


©️®️मिलना/अनुनाद/आनन्द/२२.०९.२०२२



Monday 19 September 2022

विनम्र

कुछ लोग 

विनम्र होते हैं 

इसलिए वे

सबके सामने 

झुकते हैं …!


इसी विनम्रता

के कारण 

वे पहुँचते हैं

ऊँचाई पर …!


फिर वे 

केवल झुकते हैं

विनम्र नहीं

रहते …!


©️®️ विनम्र/अनुनाद/आनन्द/१९.०९.२०२२



Friday 16 September 2022

अधूरी इच्छा

तुम्हारे संग 
इच्छा थी 
सब कुछ 
करने की !
मगर….
एक उम्र 
बीतने के बाद 
कोई मलाल नहीं है 
कुछ न कर पाने की 
तुम्हारे संग ।

और अब देखो 
नहीं चाहते हम 
कि हमारी
कोई भी इच्छा
जिसमें तुम हो 
वो पूरी हो !

इन अधूरी इच्छाओं
को पूरा 
करने की कोशिश में 
तुमको मैं अपने
कुछ ज़्यादा
क़रीब पाता 
और महसूस
करता हूँ।

दिमाग़ में बस
तुम होते हो
और धड़कन 
तेज होती हैं!
तुम्हारे पास
होने के एहसास
भर से मैं
स्पंदित 
हो उठता हूँ
और मन 
आनन्द के हिलोरों
पर तैरने लगता है!

इच्छाएँ पूरी 
हो जाती तो 
शायद
तुमसे इश्क़ 
इतना सजीव
न हो पाता!
इसलिए जब भी
इन इच्छाओं को
पूरा करने का मौक़ा
मिलता है तो 
दिल दुवा करता है
कि तेरे संग की
मेरी हर इच्छा
सदा रहे
अधूरी इच्छा…..!

©️®️अधूरी इच्छा/अनुनाद/आनन्द/१६.०९.२०२२