Friday 27 December 2019

अंधा प्यार...

हमने उन्हें चाहा बेइंतहा,
न कभी दिन देखा न रात,
वो डरते रहे दुनिया की रवायतों से 
और कर न सके दिल की बात ।

हम थोड़े दिमाग़ से पागल निकले,
वो दिल से कमजोर थे कैसे देते साथ,
कुछ न सोचे और कदम बढ़ा दिए हमने 
फिर क्या, उन्होंने पीछे खींच लिए हाथ ।

जोश ओ ज़ुनून में हमने बक दी कहानी सबको,
कुछ शुरू भी न हुआ और लोग करने लगे हमारी बात,
चला दिए तीर हमने सभी अंधेरे में, न जाने किधर गए, 
प्यार अंधा होता है, आज हमने साबित कर दी ये बात ।

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