Sunday 17 May 2020

साथी हाथ बढ़ाना…

कोई दुख में हो तो उसे सुख की आस न दें!
बस अपना साथ दें....
दिख जाए जरूरतमंद कोई अगर तो आगे बढ़कर,
बस अपना हाथ दें....
जो दिख जाए आंखों में बेबसी के आंसू, तू उन्हें,
छलकने से रोक दे....
दौर मुश्किल है तेरे लिए भी, मेरे लिए भी !
सब्र रख और समय दे....
अकेला नही है तू, लोग बहुत मिलेंगें, आगे बढ़!
अपनी सोच को आयाम दें...
सफर कठिन है और तेरे पैर कमजोर! ठान कर,
तू बस पहला कदम दे....



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