हमने उन्हें चाहा बेइंतहा,
न कभी दिन देखा न रात,
वो डरते रहे दुनिया की रवायतों से
और कर न सके दिल की बात ।
हम थोड़े दिमाग़ से पागल निकले,
वो दिल से कमजोर थे कैसे देते साथ,
कुछ न सोचे और कदम बढ़ा दिए हमने
फिर क्या, उन्होंने पीछे खींच लिए हाथ ।
जोश ओ ज़ुनून में हमने बक दी कहानी सबको,
कुछ शुरू भी न हुआ और लोग करने लगे हमारी बात,
चला दिए तीर हमने सभी अंधेरे में, न जाने किधर गए,
प्यार अंधा होता है, आज हमने साबित कर दी ये बात ।