Its all about a part of me...... The real and unknown one : Anand Kanaujiya
रोका भी नही टोका भी नही छोड़ गए हमको और सोचा भी नही ।
बोला भी नही जताया भी नही हमने बढ़ाया हाथ, उन्होंने, थामा भी नही ।
इसीलिए मैं रोया भी नही जागा भी नही ख़त्म कर दी सारी यादें, किसी एक को, पिरोया भी नही।
No comments:
Post a Comment